होली में व्यंजनों का खूब मजा लें और फिट रहें, लेकिन पहले जान लें ये डाइट टिप्स

होली में व्यंजनों का खूब मजा लें और फिट रहें, लेकिन पहले जान लें ये डाइट टिप्स

सेहतराग टीम

रंगो का त्योहार होली सबको पसंद है। क्योंकि यह त्योहार लोगों की जिंदगी में खुशियों का रंग भर देता है और लोगों के रिश्तों में मिठास घोल देता है। लेकिन यही मिठास कभी-कभी लोगों के सेहत को खराब कर देती है। जी हां होली के त्योहार में लोग मीठ ज्यादा खाते हैं जो उनके शरीर को हानि पहुचाता है। दरअसल होली में कई तरह के डिशेज बनती हैं। रंगों के साथ-साथ ये त्योहार गुझिया, पापड़, दही वड़े और ठंडाई जैसी स्वादिष्ट डिशेज का भी होता है। इसलिए सभी लोग इस त्योहार का बेसब्री से इंतजार साल भर करते हैं। वहीं जब इतना स्वादिष्ट भोजन मिलता है तो कौन अपने आप को खाने से रोक सकता है? रोकना काफी मुश्किल भी होता है। लेकिन अपने आप पर कंट्रोल करना ही सेहत के लिए लाभदायक है। क्योंकि होली के त्योहार में बनने वाले डिशेज में तेल, नमक और मीठा ज्यादा मात्रा में पाया जाता है, जो हमारे शरीर पर काफी बुरा असर डालता है। इन सब चीजों से बने खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक करने से जो लोग मोटे होते हैं। उनका फैट और बढ़ने की आंशका रहती है औऱ फैट बढ़ने से उनकी तबियत भी खराब होने का खतरा रहता है। इसके अलावा ये सब खाद्य पदार्थ हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या हार्ट की बीमारियों के मरीजों को भी खतरा पहुंचाते हैं। इसलिए होली के दिनों में खाने पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है। तो आइए जानते हैं होली स्पेशल डाइट टिप्स जिससे कि यह त्योहार आपकी सेहत पर भारी ना पड़े।

पढ़ें- रंग खेलते समय आंखोंं की ऐसे करें रक्षा, अन्यथा केमिकल पहुंचा सकते हैं हानि

मीठी चीजें सीमित मात्रा में खाएं

होली पर नमकीन और मीठी दोनों ही डिशेज की भरमार रहती है। बहुत सारे लोगों को मीठी चीजें खाना पसंद होता है इसलिए इस दिन उनके लिए अपने आप को रोक पाना मुश्किल होता है। गुझिया, मिठाई, ठंडाई, कोल्ड ड्रिंक्स आदि सभी में काफी मात्रा में शुगर होता है। ऐसे में अगर आपको मीठा खाने की बहुत इच्छा कर रही है, तो आप 1-2 गुझिया या मिठाई खा सकते हैं या आधा ग्लास ठंडाई पी सकते हैं। मगर इस दिन कोल्ड ड्रिंक्स, एल्कोहल आदि के सेवन से बचें। जो लोग डायबिटीज का शिकार हैं, उन्हें तो मीठे को लेकर खास ख्याल रखना चाहिए। आप जो भी खाएं, उसका रिकॉर्ड रखें, ताकि आपको पता हो कि आपने कितना खाया है।

नमक वाले और फ्राइड फूड्स का भी रखें ख्याल

मीठा कम खाना है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप नमक पर टूट पड़ें और खूब सारे पापड़, चिप्स और दूसरी नमकीन डिशेज खा लें। नमक की अधिकता भी शरीर के लिए सही नहीं होती है। ज्यादा नमक खाने से आपके शरीर में वाटर रिटेंशन हो सकता है और आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को तो नमक वाली चीजों से दूर ही रहना चाहिए। नमक के साथ-साथ आपको इस बात का भी ध्यान रखें कि बहुत ज्यादा फ्राइड फूड्स (तेल में तली हुई चीजें) खाना भी सेहत के लिए अच्छा नहीं है।

फिर क्या खाएं होली में?

अब आप इस बात को लेकर कंफ्यूज हो गए होंगे कि अगर नमकीन और मीठी दोनों ही चीजें नहीं खानी हैं, तो फिर आप क्या खाएंगे? तो घबराएं नहीं। होली सेलिब्रेट करने के लिए आप खास चीजें बना सकते हैं, जिन्हें बनाने में आपको तेल का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा या बहुत कम करना पड़ेगा, जैसे-

  • बाजार की रेडीमेड नमकीन की जगह आप घर में पोहा, मूंगफली और मटर से होममेड नमकीन बना सकती हैं।
  • दही वड़े की जगह आप फ्रूट रायता बना सकती हैं। दही एक प्रोबायोटिक फूड है, इसलिए इसका सेवन पाचनतंत्र के लिए भारी नहीं होता है।
  • इसी तरह आने वाले गेस्ट को कोल्ड ड्रिंक, चाय या कॉफी सर्व करने के बजाय आप लेमन टी दे सकते हैं और खुद भी इसे पी सकते हैं।
  • पापड़ को तेल में तलने के बजाय आप आंच पर सेंककर खा सकते हैं। मगर फिर भी ध्यान रखें कि ज्यादा पापड़ न खाएं, क्योंकि इनमें नमक बहुत ज्यादा होता है।
  • बाजार से लाई हुई मिठाइयों की जगह आप घर पर ही कोई मीठी डिश बना लें, जिसमें चीनी की मात्रा कम डालें।
  • इसके अलावा आप लंच और डिनर में कुछ हैवी बनाने के बजाय लाइट डिश बनाएं और ज्यादा से ज्यादा कच्चा सलाद सर्व करें।

सबसे जरूरी और महत्वपूर्णं बात

होली पर आप खाने-पीने की चीजों की कितनी भी तैयारी कर लें, मगर एक चीज को बिल्कुल न भूलें और वो है पानी। अगर आप सामान्य दिनों से ज्यादा खा रहे हैं, तो आपको रोजाना से ज्यादा पानी भी पीना चाहिए। पानी पीने से आपका शरीर डिटॉक्स होता रहता है और आप ओवर ईटिंग से भी बच जाते हैं। अगर आपके लिए सादा पानी पीना मुश्किल लगता है, तो आप नींबू पानी, छाछ आदि भी पी सकते हैं।

इसे भी पढ़ें-

जरा संभल कर खेलें होली, कहीं रंग में भंग न हो जाएं

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।